👉 अमूल्यरत्न न्यूज संवाददाता
👉 प्रॉपर्टी को लेकर राक्षस बना रिटायर्ड फौजी, छोटे भाई को दिया जिंदगीभर का दर्द
पुलिस हैरान ग्वालियर में संपत्ति के विवाद में रिटायर्ड फौजी ने अपने छोटे भाई की जान ले ली. छोटा भाई बड़े भाई से गांव की संपत्ति से हक वापस लेने की मांग कर रहा था.
इसी बात से नाराज बड़े भाई ने 4 मार्च को लाइसेंसी बंदूक से उसे अपने घर के दरवाजे पर ही मार डाला. भाई की हत्या के बाद आरोपी फरार हो गया. पुलिस ने उसे दबिश देकर रात को ही गिरफ्तार कर लिया. इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई.
जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर के गंगा विहार इलाके में आर्मी से रिटायर्ड शिव मोहन तोमर रहता है. तोमर परिवार की मुरैना जिले के तरसमा गांव में पुश्तैनी जमीन है. शिव मोहन का छोटा भाई श्यामू तोमर 4 मार्च की दोपहर को उसके घर पहुंचा. उसके दरवाजा खटखटाने पर शिव मोहन बाहर आया. आते ही श्यामू ने बड़े भाई से गांव की संपत्ति को लेकर बहस की और उस पर हक छोड़ने को कहा. इस बात पर शिव नाराज हुआ तो श्यामू ने वहीं हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामा होता देख शिव मोहन घर से निकल गया. कुछ देर बाद श्यामू भी चला गया.गोली लगते ही हो गई मौत
इसके बाद श्यामू शाम को फिर शिव मोहन के घर आ धमका. वह दरवाजे के बाहर ही गाली-गलौच करने लगा. ये देख शिव की पत्नी ने पति को फोन कर दिया. कुछ देर बाद शिव मोहन घर लौटा. उसके घर लौटते ही भाइयों के बीच फिर बहस होने लगी. इस बहस के बीच शिव बौखला गया और घर से बंदूक निकाल लाया. उसने बाहर आते ही श्यामू पर गोली चला दी. गोली लगते ही श्यामू दरवाजे पर गिरा और उसकी मौत हो गई.
पूरी जमीन चाहता था मृतक
ये हत्या होते ही इलाके में सनसनी फैल गई. आरोपी तुरंत मौके से फरार हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और जांच की. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. इसके कुछ घंटों बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि श्यामू पूरी जमीन अपने नाम कराना चाहता था. उसका कहना था कि पिता ने मेरी पढ़ाई पर काफी खर्च किया और शहर में भी प्रॉपर्टी खरीदने में मदद की. उस दोपहर भी वह जमीन और मकान की रजिस्ट्री के काम से आया था.
पुलिस की लापरवाही से हुआ हत्याकांड
आरोपी शिव मोहन ने बताया कि श्यामू ने जब घर आकर गाली-गलौच की तो मैंने डायल हंड्रेड को फोन किया था. गोले का मंदिर थाने में भी जाकर शिकायत भी की थी. लेकिन, डायल-100 ने मेरी शिकायत को गंभीरता से नही लिया. गोला का मंदिर पुलिस ने मुझे महाराजपुरा थाने जाने को कहा. इसके बाद जब मैं लौटा तो देखा कि श्यामू घर की महिलाओं को गालियां दे रहा है.

