
महाराजगंज गायत्री शक्तिपीठ पर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हुआ जप,तप, हवन व दीक्षा समारोह
महराजगंज,
गायत्री शक्तिपीठ महाराजगंज में गुरु पूर्णिमा के पर्व पर लोगों ने हवन पूजन कर गुरु सत्ता के समक्ष नवयुग निर्माण के लिए अपने प्रयास का संकल्प लिया।
आचार्य धनञ्जय जी कहा कि सच्चा गुरु वह है,
जो हमें अंधकार से निकालकर प्रकाश की ओर अग्रसर करें।
आचार्य जी ने बताया कि वेद व्यास का जन्म आषाढ़ माह पूर्णिमा तिथि को हुआ था।
आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में वेद व्यास की जयंती मनाई जाती है।
वेदह ऋषि पाराशर और देवी सत्यवती के पुत्र थे।
वेद व्यास ने ही महाभारत महाकाव्य की रचना की थी।
उहोने ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के पर्व पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि नवयुग निर्माण के लिए ठीक उसी तरह हम काम करें,
जिस तरह रावण युद्ध और महाभारत युद्ध में हम सब लोगों ने मिलकर एक नवयुग निर्माण किया था।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में गुरु के सम्मान और उसकी पात्रता दोनों ही प्रश्नचिन्ह के घेरे में है।
शिष्य और गुरु की परंपरा का निर्वहन अगर स्वस्थ मानसिकता के साथ हो तो कोई भी स्वस्थ समाज बनने से नही रोक सकता।
उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी पर संपूर्ण युग का भार है,
इसलिए हमारा दायित्व बनता है कि हमें संकल्प बंद होकर युग निर्माण के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए।
उहोने कहा कि गुरुपूर्णिमा पर इस तरह के आयोजन अवश्य होने चाहिए,
जिसमें कि हम सब लोगों को एकजुट होकर संकल्पवान होकर गुरु की सत्ता को नमन करते हुए उसके सुझाए हुए दिखाए गए रास्ते पर चलना चाहिये।
इसी पर्व पर शक्तिपीठ पर उपस्थित मधुमती,दिव्या मध्येशिया तथा पुष्पा देवी ने वेदमाता गायत्री की दीक्षा भी ली।
इस कार्यक्रम में गयात्री परिवार के लोगो ने बढ़चढ़कर हिस्सा लेकर कार्यक्रम को सफल बनायें।