अमांपुर के विकोरा रोड पर चार साल से भरा पानी बना मुसीबत, समस्याओं से जूझ रहे लोग
विकारो रोड पर नाला निर्माण न होने से घरों में भरा रहा गंदा पानी, संक्रामक रोगों का खतरा।
लोगों में बढ़ता ही जा रहा है ग्राम पंचायत के खिलाफ आक्रोश।
कासगंज। अमांपुर-विकोरा मार्ग पर जर्जर उखड़ी सड़क और जलभराव व कीचड़ से स्कूल आने जाने वाले छात्र-छात्राओं और ग्रमीणों का गुजरना मुश्किल भरा रहता है। पानी की निकासी न होने से मार्ग में जलभराव का सामना करना होता है।ग्रामीणों ने समस्या से निजात दिलाने की मांग डीएम से की है। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना न करना पड़े। यह मार्ग ग्राम पंचायत रानामऊ में आता है। विकोरा मार्ग जनप्रतिनिधि की उदासीनता से ग्रस्त है। बरसात के दिनों में यह रास्ता तालाब में तब्दील हो जाते है। चार सालों से यहां ऐसी नरकीय स्थिति है। जल निकासी के लिए नही तो नाली बनाई गई है। और ना ही सड़क का निर्माण किया गया है। वही छोटे छोटे छात्र-छात्राओं का स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया है। वे इस जलभराव और कीचड़ में गिरकर कपडे खराब कर घर लौट जाते है। यह रास्ता विकोरा, सेवका, जारई, नरई, सहायपुर आदि गांवों की तरफ भी जाता है। इस मार्ग पर हर साल काल्गुन व सावन के माह में सैकड़ो ग्रामीण शिव भक्त कांवड़िये कछला व लहरा गंगा घाट से पैदल कांवड लाकर शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते है। गांव में आने जाने के लिए उपयुक्त रास्ता नही है। सुधीर यादव ने बताया कि जलभराव की समस्या को लेकर ग्रमीणों की ओर से जिला प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है।लेकिन आज तक कोई समाधान नही हो सका है।
राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि यह मार्ग ऐसे है जहां 12 महीने जलभराव की समस्या रहती है। लोग बीमारियों की दहशत में जी रहे है। नाला निर्माण न होने से मुख्य मार्ग तालाब का रूप ले चुका है। इससे ग्रामीणों को आगमन में परेशानी होती है। लोगों ने जलभराव के निकासी की व्यवस्था करने और नाला निर्माण कराने की मांग की है। रामदास निवासी विकोरा ने बताया कि आने जाने के लिए गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। जल निकासी की अभी तक कोई व्यवस्था नहीं करवाई गई है। अकित ने बताया कि आसपास रहने वाले ग्रामीणों को दुर्गंधयुक्त पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इससे संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा लग रहा है। घनश्याम बघेल ने बताया कि जलनिकासी की व्यवस्था न होने से जलभराव व कीचड़ के कारण लोगों को समस्या हो रही है। गंदे पानी व कीचड़ से होकर गुजरना मजबूरी हो गई है। वहीं बीमारी फैलने का डर भी सता रहा है। डा भगवान सिंह ने बताया कि जलभराव की समस्या इस मार्ग के लिए कोई नई नही है। स्थानीय लोगों को आदत सी पड़ गई है। लेकिन इन दिनों फैल रहे बुखार को लेकर चिंतित है।

