*बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण की होगी सख्त जांच, लापरवाही पर कार्रवाई के निर्देश*
गोरखपुर। जनपद में जिला गंगा समिति की समीक्षा बैठक बृहस्पतिवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) शाश्वत त्रिपुरारी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में वन विभाग के डीएफओ विकास यादव सहित नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, जल निगम एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में मुख्य रूप से स्वास्थ्य संस्थानों (सरकारी एवं निजी अस्पतालों) द्वारा उत्पन्न बायोमेडिकल कचरे के सुरक्षित एवं व्यवस्थित निस्तारण पर चर्चा हुई।
सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले के सभी अस्पताल, नर्सिंग होम और क्लिनिक यह सुनिश्चित करें कि वे अपने संस्थान में उत्पन्न बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण नियमों के अनुसार करें।
डीएफओ विकास यादव ने कहा कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों की एक विस्तृत सूची तैयार की जाए, जिसमें यह बिंदुवार विवरण दर्ज हो —
1. अस्पताल में कचरे का निस्तारण किस प्रकार किया जा रहा है।
2. प्रतिदिन कितनी मात्रा में कचरा निकलता है।
3. उसका निस्तारण किस संस्था या एजेंसी के माध्यम से कराया जा रहा है।
4. कितने संस्थानों की जांच हो चुकी है और किनमें सुधार की आवश्यकता है।
सीडीओ ने कहा कि कार्यदाई संस्थाओं या अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल कचरे के अनुचित निस्तारण पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने चेतावनी दी कि “कूड़ा प्रबंधन में लापरवाही किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जाएगी।”
बैठक के दौरान यह जानकारी भी दी गई कि शहर के कई स्थानों पर खुले में कूड़ा डंप किए जाने की शिकायतें मिल रही हैं।
इस पर डीएफओ ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे मामलों में मौके पर जांच कर जिम्मेदारों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
बैठक में नमामि गंगे परियोजना की प्रगति समीक्षा भी की गई। अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नालों एवं अपशिष्ट जल के निस्तारण से संबंधित योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
सीडीओ ने निर्देश दिया कि गंगा एवं रामगंगा स्वच्छता कार्यक्रमों की साप्ताहिक स्थिति रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत की जाए।
उन्होंने कहा कि गंगा संरक्षण से जुड़ी सभी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करना अनिवार्य है ताकि प्रदूषण नियंत्रण के लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सके।
बैठक में पर्यावरण अधिकारी, नगर निगम अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, जल निगम अधिकारी तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी मौजूद रहे।
सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी ने कहा कि “स्वच्छ गोरखपुर के लक्ष्य को लेकर हम सभी को मिलकर काम करना होगा।

