*यूपी चुनाव : प्रियंका ने कोर कमेटी की बैठक में चुनावी अभियानों पर किया मंथन, जातिगत समीकरणों के हिसाब से तय होंगे कांग्रेस के टिकट*
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का चुनावी अभियानों पर मंथन लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। तय हुआ है कि कांग्रेस अक्तूबर के दूसरे सप्ताह से जोनवार प्रतिज्ञा यात्रा निकालेगी। रूट के साथ ही नेताओं की जिम्मेदारियां भी तय की गईं। सूत्रों के मुताबिक, तय हुआ कि जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखकर ही न सिर्फ टिकट तय होंगे, बल्कि सांगठनिक कामकाज और बूथ प्रबंधन की जिम्मेदारी देने में भी इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।
प्रियंका के साथ कोर कमेटी की बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी रणनीति बनाई गई। चुनावी अभियान के पहले चरण में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वार रूम बनाने का काम सप्ताह भर में पूरा करने का फैसला किया गया। इसके लिए सोशल मीडिया की हैंडलिंग में दक्ष कार्यकर्ता लगाए जाएंगे। अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में जोनवार प्रतिज्ञा यात्रा शुरू होगी। इससे पहले प्रत्येक ग्राम में पार्टी कमेटी का गठन करना अनिवार्य होगा। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व धीरज गुर्जर समेत यूपी के सह प्रभारी सभी राष्ट्रीय सचिव और रणनीतिक कमेटी के सदस्य शामिल हुए। यात्रा के लिए बसों को दिया जाएगा रथ का रूप
प्रियंका के सामने प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रतिज्ञा यात्रा के प्रस्तावित रूटों को रखा गया। प्रदेश के पश्चिमी, पूर्वी, मध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र में अलग-अलग यात्राएं निकाली जाएंगी। बस को रथ का रूप देकर ये यात्राएं निकाली जाएंगी। संबंधित क्षेत्र के सभी बड़े नेता इन रथों पर सवार होंगे। ये यात्राएं न सिर्फ प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से गुजरेंगी, बल्कि वहां सभाएं भी होंगी। किस रूट पर और किस तरह के कार्यक्रम होंगे, यह भी प्रियंका ने अपने सामने तय करवाए।मंडल स्तर पर होने वाली सभाओं में शामिल होंगी प्रियंका
बैठक में तय हुआ है कि मंडल स्तर पर एक बड़ी सभा होगी, जिसमें पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल होंगी। इसमें वे भाजपा सरकार की खामियां बताते हुए कृषि कानून, रोजगार के घटते अवसर व निजीकरण जैसे मुद्दों को मुख्य रूप से उठाएंगी।
सामाजिक संगठनों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने का वादा
प्रियंका की राजनीति का केंद्र कौल हाउस बना हुआ है। वे दूसरे दिन भी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय नहीं गईं। कौल हाउस में ही उन्होंने कई सामाजिक संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की। उन्होंने कांग्रेस के जनाधार को बढ़ाने और संगठन को मजबूत करने संबंधी संगठनों के सुझाव सुने। साथ ही उनके मुद्दों को हर मंच पर प्रमुखता से उठाने का भरोसा भी दिया।
हरिंदर कौशल सवांदाता

