*पर्यटन विकास से दूर होगी रोजगार सृजन की बाधा
*गोरखपुर*/जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि पर्यटन के विकास से रोजगार सृजन की बाधा को पार किया जा सकता है। जिले में पर्यटन का जितना विकास होगा उतना ही अधिक लोंगो को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
वे विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर विजय चौक स्थित एक होटल में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में विगत साढ़े चार वर्षो में करीब दो सौ करोड़ के पर्यटन सम्बंधित विकास के कार्य हुए हैं। साथ ही अवस्थापना सुविधाओं को भी बढा़या जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अपने धरोहरों के बारे में लोंगो को जानकारी देने के लिए विभिन्न आयामों पर कार्य करना होगा। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक काफी संख्या में आते हैं। घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन को संस्कृति के साथ भी जोड़कर कार्य किया जा सकता है, इसके लिए व्यापक कार्य योजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है।
जीडीए के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि जिले में पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं। गोरखपुर में होटल उद्योग में कई होटल स्थापित होने के साथ अन्य स्थानों से कनेक्टविटी भी अच्छी हो रही है, जिससे जनपद के पर्यटन के विकास में मदद मिल रही है। कार्यक्रम में गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रो. अजय शुक्ल, इंटेक के एमके कन्दोई, ऐस्प्रा के अतुल सराफ ने भी पर्यटन के विकास पर अपना रखा। आरटीओ ने जिले में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
*होटलों में किया गया गेस्ट का स्वागत*
पर्यटन दिवस के अवसर पर कई होटलों और लॉज में भी पर्यटकों को विशेष सुविधाएं दी गईं। तिलक लगाकर तो कहीं फूल देकर पर्यटकों का स्वागत किया गया। कई होटलों में पर्यटकों के ठहरने और नाश्ते-भोजन पर भी छूट दी गई।
*छुट्टी के दिन भी खुला रहा संग्रहालय*
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर राजकीय बौद्ध संग्रहालय द्वारा साप्ताहिक अवकाश में भी संग्रहालय दर्शकों के लिए पूर्वाह्न 10.30 से अपराह्न 4.30 बजे तक खुला रहा। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों को नि:शुल्क भ्रमण कराया गया। इस दौरान वीथिका व्याख्यान के माध्यम से संग्रहालय में संजोकर रखी गई ऐतिहासिक कलाकृतियों की जानकारी भी दी गई।

