
महोबा
लगभग सत्रह में लगभग सोलह अल्ट्रासाउंड केन्द्र अबैध
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रेडियोलॉजिस्ट में किसी और का नाम अल्ट्रासोनोग्राफी कर रहा कोई और
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फर्जी हो सकती है जांच रिपोर्ट, मरीज की जान को हो सकता है खतरा
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आइये रूबरू होते है महोबा के अबैध अल्ट्रासाउंड सेंटरो से सूत्रो की माने तो महोबा मे लगभग 17 अल्ट्रासाउंड सेंटर है जिसमे लगभग 16 अबैध तरीके से चल रहे है जहां आमजन के जीवन से खिलवाड़ का खेल चल रहा है,जिला मुख्यालय के अन्तर्गत किसी न किसी चिकित्सक के नाम पर लाइसेंस लेकर अल्ट्रासाउंड सेंटरो का अबैध संचालन हो रहा है,इन अल्ट्रासाउंड सेंटरो मे अप्रशिक्षित लोग मरीजो की जांच रिपोर्ट तैयार कर रहे है, इसके आधार पर जिले के चिकित्सक मरीजो का इलाज कर रहे है, जिले मे कई ऐसे अल्ट्रासाउंड सेंटर है, इन सेंटरो मे वेवजह ग्रामीण इलाको की गर्भवती महिलाओ का कमीशन खोर डॉक्टरों के माध्यम से अल्ट्रासाउंड कर आर्थिक लाभ लिया जा रहा है, ताज्जूब की बात यह कि खुलेआम चल रहे इन सेंटरो की जांच के नाम पर लगातार खानापूर्ती का खेल खेला जा रहा है, जांच के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लीपापोती कर इतिश्री कर देते है, कारण वही जान सकते यह तक देखने को मिलता की जांच टीम पहुचने से पहले ही अवैध अल्ट्रासाउंड संचालन कर्ता शटर गिराकर रफुचक्कर हो जाते, निष्पक्ष जांच की आशा करना कठिन आमजन अबैध अल्ट्रासाउंड और ग्रामीण चिकित्सको के मकड़जाल मे फसकर जन धन दोनो गवा रहे, नियमानुसार जिस व्यक्ति के नाम का रजिस्ट्रेशन हो वही अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालित कर सकता है, लेकिन यहा तो उल्टी गंगा बह रही है, रजिस्ट्रेशन है भी या नही या सब जुगाड़ से चल रहा है, पर यह सत्य की धन के लालच मे अप्रशिक्षित लोग मानव जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं, और कराया जा रहा। अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक उच्चाधिकारी कुम्भकर्णीय निद्रा से नही जागते, अगर शीघ्र ही कार्यवाही सुनिश्चित नहीं होती तो मानव सेवा संस्था भारत और स्वतंत्र पत्रकार समिति अहिंसात्मक आंदोलन कर माननीय योगी आदित्यनाथ को जनता दरबार मे ज्ञापन सौप जिले के आमजन की जीवन रक्षा हेतु न्याय की मांग करेंगे।
अमूल्यरत्न न्यूज संवाददाता
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