👉 अमूल्यरत्न न्यूज संवाददाता
👉 बिहारी मजदूरों पर हमले के वीडियो निकले फर्जी, तमिलनाडु पुलिस ने बताया अफवाह अब लेगी बड़ा एक्शन
तमिलनाडु में हिंदीभाषी और बिहारी मजदूरों पर हमले की खबरों के बीच बड़ा खुलासा हुआ है। तमिलनाडु पुलिस ने दावा किया कि बिहार के मजदूरों को मारे जाने के संबंध में सोशल मीडिया पर जो वीडियो चल रहे थे, वे फर्जी हैं।वीडियो में सड़क पर शख्स को मारते हुए दिखाया गया है। जबकि त्रिपुर शहर में ऐसी कोई घटना हुई नहीं है। ऐसी अफवाह फैलाने वाले खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही इस मामले में FIR भी दर्ज की गई है।
इससे पहले तमिलनाडु के डीजीपी शैलेंद्र बाबू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा- बिहार में किसी ने बिहार के मजदूरों पर तमिलनाडु में हमले के संबंध में एक झूठा और भ्रामक वीडियो पोस्ट किया है। घटना के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित दो वीडियो फर्जी हैं।
वीडियो के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और दावा किया गया है कि तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी मजदूरों पर हमला किया जा रहा है।
जिसके बाद इस बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- बीजेपी, बीजेपी समर्थित मीडिया और इनके नेताओं का तथ्य और सत्य से कोई नाता नहीं है। इनकी झूठ फिर पकड़ी गयी।
भ्रम,झूठ,नफ़रत,हिंसा और अफवाह फैलाना ही भाजपाइयों का मुख्य धंधा और पूंजी है। किसी भी देशहितैषी व्यक्ति को समाज में द्वैष व भ्रम नहीं फैलाना चाहिए।
हैरानी की बात ये कि इस मुद्दे को बिहार विधानसभा में भी उठाया गया था, जिसमें बीजेपी ने तमिलनाडु में काम करने वाले बिहार के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार से जरूरी कदम उठाने को कहा था।
बीजेपी की मांग पर नीतीश सरकार एक स्पेशल टीम तमिलनाडु भेजेगी और पूरे मामले की सघन जांच कराई जाएगी।
टीम उन लोगों को लौटने में मदद करेगी जो बिहार लौटना चाहते हैं।
इससे पहले नीतीश कुमार ने गुरुवार को तमिलनाडु की घटना पर चिंता जताते हुए ट्वीट कर दिया. साथ ही मुख्य सचिव और डीजीपी को तमिलनाडु के आला अधिकारियों से बात करने और वहां काम करने वाले बिहार के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दे दिया

