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17-10-2025 07:44:15

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हनुमान जी की पत्नी के साथ दुर्लभ फोटो कहा जाता है कि हनुमान जी के उनकी पत्नी के साथ दर्शन करने के बाद घर...
🌹*चरणों की मिट्टी*🌹 एक पापी इन्सान मरते वक्त बहुत दुख और पीड़ा भोग रहा था। लोग वहाँ काफी संख्या मेँ इकट्ठे हो गये, वहीँ...
amulratn.jpg maek *शादी को पारिवारिक प्रसंग बनाइए…* आज तक जितनी शादियों में मैं गया हूँ , उनमें से करीब 80% में दुल्हा- दुल्हन की शक्ल तक नही देखी… उनका नाम तक नहीं जानता था… अक्सर तो विवाह समारोहों मे जाना और वापस आना भी हो गया पर ख्याल तक नहीं आया और ना ही कभी देखने की कोशिश भी की कि स्टेज कहाँ सजा है , युगल कहाँ बैठा है… https://t.me/yny24 भारत में लगभग हर विवाह में हम 75% फालतू जनता को invitation देते हैं … फालतू जनता वो है जिसे आपके विवाह मे कोई रुचि नही.. जो आपका केवल नाम जानती है… जो केवल आपके घर की लोकेशन जानती है.. जो केवल आपकी पद- प्रतिष्ठा जानती है.. और जो केवल एक वक्त के स्वादिष्ट और विविधता पूर्ण व्यञ्जनों का स्वाद लेने आती है… *ये होती है फालतू जनता…* विवाह कोई सत्यनारायण भगवान की कथा नहीं है कि हर आते जाते राह चलते को रोक रोक कर प्रसाद दिया जाए… *केवल आपके रिश्तेदारों, कुछ बहुत close मित्रों के अलावा आपके विवाह मे किसी को रुचि नही होती…* ये ताम-झाम , पंडाल झालर , सैकड़ों पकवान , आर्केस्ट्रा DJ , दहेज का मंहगा सामान एक संक्रामक बीमारी का काम करता है… *लोग आते हैं इसे देखते हैं और “मै भी ऐसा ही इंतजाम करूँगा, बल्कि इससे बेहतर”…* और लोग करते हैं… चाहे उनकी चमड़ी बिक जाए.. *लोग 75% फालतू की जनता को show off करने में अपने जीवन भर की कमाई लुटा देते हैं.. लोन ले लेते हैं…* और उधर विवाह मे आमंत्रित फालतू जनता , गेस्ट हाउस के gate से अंदर सीधे भोजन तक पहुंचकर , भोजन उदरस्थ करके , लिफाफा पकड़ा कर निकल लेती है… आपके लाखों का ताम झाम उनकी आँखों में बस आधे घंटे के लिए पड़ता है… *पर आप उसकी किश्तें जीवन भर चुकाते हो…इस अपव्यय और दिखावे को रोकना होगा…* *सोचियेगा जरूर* *पवन बरनवाल* *मीरजापुर* 🙏🙏 1 min read

*शादी को पारिवारिक प्रसंग बनाइए…* आज तक जितनी शादियों में मैं गया हूँ , उनमें से करीब 80% में दुल्हा- दुल्हन की शक्ल तक नही देखी… उनका नाम तक नहीं जानता था… अक्सर तो विवाह समारोहों मे जाना और वापस आना भी हो गया पर ख्याल तक नहीं आया और ना ही कभी देखने की कोशिश भी की कि स्टेज कहाँ सजा है , युगल कहाँ बैठा है… https://t.me/yny24 भारत में लगभग हर विवाह में हम 75% फालतू जनता को invitation देते हैं … फालतू जनता वो है जिसे आपके विवाह मे कोई रुचि नही.. जो आपका केवल नाम जानती है… जो केवल आपके घर की लोकेशन जानती है.. जो केवल आपकी पद- प्रतिष्ठा जानती है.. और जो केवल एक वक्त के स्वादिष्ट और विविधता पूर्ण व्यञ्जनों का स्वाद लेने आती है… *ये होती है फालतू जनता…* विवाह कोई सत्यनारायण भगवान की कथा नहीं है कि हर आते जाते राह चलते को रोक रोक कर प्रसाद दिया जाए… *केवल आपके रिश्तेदारों, कुछ बहुत close मित्रों के अलावा आपके विवाह मे किसी को रुचि नही होती…* ये ताम-झाम , पंडाल झालर , सैकड़ों पकवान , आर्केस्ट्रा DJ , दहेज का मंहगा सामान एक संक्रामक बीमारी का काम करता है… *लोग आते हैं इसे देखते हैं और “मै भी ऐसा ही इंतजाम करूँगा, बल्कि इससे बेहतर”…* और लोग करते हैं… चाहे उनकी चमड़ी बिक जाए.. *लोग 75% फालतू की जनता को show off करने में अपने जीवन भर की कमाई लुटा देते हैं.. लोन ले लेते हैं…* और उधर विवाह मे आमंत्रित फालतू जनता , गेस्ट हाउस के gate से अंदर सीधे भोजन तक पहुंचकर , भोजन उदरस्थ करके , लिफाफा पकड़ा कर निकल लेती है… आपके लाखों का ताम झाम उनकी आँखों में बस आधे घंटे के लिए पड़ता है… *पर आप उसकी किश्तें जीवन भर चुकाते हो…इस अपव्यय और दिखावे को रोकना होगा…* *सोचियेगा जरूर* *पवन बरनवाल* *मीरजापुर* 🙏🙏

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*🙏🌹ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय🌹🙏* *🙏🧘🌻कर्मो के फल 🌻🧘🙏* एक बार शंकर जी पार्वती जी भ्रमण पर निकले। रास्ते में उन्होंने देखा कि एक तालाब...
*झोपडपट्टी* हमारे देश मे झोपड़पट्टी खेल – 😈बान्द्रा स्टेशन की झोपडपट्टी में प्रतिवर्ष आग का रहस्य सबसे पहले कुछ पंक्तियाँ उन पाठकों के लिए,...
#नर्मदा के अनमोल मोती 12 वर्ष मौन के बाद बोले सियाराम तो उन्हें मिला यही नाम ..! पाखंड से कोशो दूर, एक विरक्त सन्यासी...
⬇ अत्यंत प्रेरणादायक कहानी। अवश्य पढ़ें। शादी की वर्षगांठ की पूर्वसंध्या पर पति-पत्नी साथ में बैठे चाय की चुस्कियां ले रहे थे। संसार की...
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