उपेंद्र कुशवाहा के बेटे और बिहार सरकार के मंत्री दीपक प्रकाश और साक्षी मिश्रा की प्रेम कहानी, दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे, अंतरजातीय विवाह करने का फैसला कर लिया
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नाम साक्षी मिश्रा कुशवाहा, खुद को समाज सेविका कहती है, इन्हें जितना भारतीय होने पर गर्व है उतना ही सनातनी हिंदू होने पर नाज है, बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री दीपक प्रकाश की पत्नी है और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा एवं विधायक स्नेह लता कुशवाहा की पुत्रवधू है.
साक्षी मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली है और इनके पिता का नाम एसएन मिश्रा हैं जो अधिकारी के पद से रिटायर्ड हो चुके हैं.
नाम देखने से ही पता चलता है कि साक्षी जन्म से ब्राह्मण है तो उनके पति दीपक कुशवाहा समाज से आते हैं. कॉलेज में पढ़ने के दौरान दोनों की मुलाकात होती है और दीपक के सरल स्वभाव को देखकर साक्षी उन्हें अपना दिल दे बैठती है. फिर दोनों में बातचीत शुरू होती है और डेटिंग स्टार्ट हो जाता है. कहते हैं ना कि प्यार करने वाले डरते नहीं है तो कुछ ऐसा ही साक्षी और दीपक के साथ हुआ उन लोगों ने भी सामाजिक बंधन को तोड़कर एक होने का फैसला कर लिया.
पटना के गांधी मैदान में जब नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल के तमाम नेता शपथ ले रहे थे तब दर्शक दीर्घा में बैठकर साक्षी अपने सासू मां के साथ उस पल का इंतजार कर रही थी जब उनके पति पहली बार नीतीश सरकार में मंत्री पद की शपथ लेंगे.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान साक्षी कहती है कि अब उनके पति VIP हो गए हैं. अब तो उनके पास समय का अभाव रहेगा फिर भी जब मुलाकात होगी तो मिलकर मंत्री बनने के लिए बधाई दे देंगी.
साक्षी कहती है कि उन्हें पूजा पाठ करने में और मंदिर जाने में काफी अच्छा लगता है मन को शांति प्राप्त होती है. वैसे भी जन्म से ब्राह्मण हूं तो घर में बचपन से ही पूजा पाठ होते हुए देखा है. ससुराल आने के बाद भी वही घर जैसा माहौल मिला जैसा अपने घर में देखने को मिलता था.
सासाराम विधानसभा से जब उनकी सासू मां स्नेह लता कुशवाहा ने चुनाव लड़ने का फैसला किया तब प्रचार प्रसार के दौरान साक्षी ने जमकर मोर्चा संभाल लिया और घर-घर जाकर प्रचार प्रसार करने लगी. वह लोगों के बीच जाती थी और पर्चा बांटकर कहती थी कि मोदी जी और नीतीश जी के हाथों को मजबूत करना है तो गैस सिलेंडर पर बटन दबाना होगा.
अपनी प्रेम कहानी पर सवाल पूछने पर साक्षी थोड़ा सा शर्मा जाती है और कहती है कि ऐसा नहीं था कि मैं ही सिर्फ दीपक जी से प्रेम करती थी बल्कि मेरी सुंदरता को देखकर दीपक भी मुझे मन ही मन पसंद करते थे. एक दिन हम दोनों ने एक दूसरे से इज़हार किया और शादी करने का फैसला कर लिया. हम दोनों ने अपने परिवार वालों को इस बात से अवगत करवाया और बातचीत के बाद दोनों मान गए.
साक्षी को इस बात को लेकर नाराजगी है कि उनके पति जब से मंत्री बने हैं तब से कुछ मीडिया वाले जानबूझकर उन्हें टारगेट कर रहे हैं और परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं जबकि उनके पति में काफी टैलेंट है और जो पद उन्हें मिला है वह उसे पर बखूबी काम करेंगे और खुद को साबित करके दिखाएंगे.
साक्षी कहते हैं कि मेरे पति जितने सिंपल है उतने ही लोगों के बीच रहना पसंद करते हैं. वे तामझाम दिखाने में शौक नहीं रखते. यही कारण है की पैंट शर्ट में वे मंत्री पद की शपथ लेने पहुंच गए. इतना ही नहीं मंत्रालय में जब विभाग की जिम्मेवारी लेनी थी तब भी सिंपल ड्रेस में पहुंचे थे. वह काम करने में विश्वास करते हैं.
बताते ते चले की दीपक प्रकाश 37 साल के हैं. पटना से 10वीं और 12 वीं की पढ़ाईं करने के बाद उन्होनें 2011 में एमआईटी मणिपाल से बीटेक की डिग्री पूरी की. उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में किया. उसके बाद नौकरी छोड़कर दीपक ने अपना बिजनेस शुरू किया. हालांकि, राजनीति में वे कभी एक्टिव नहीं रहे हैं. बिहार चुनाव 2025 में पहली बार लोगों के बीच नजर आए. जब वे अपनी मां स्नेहलता कुशवाहा के साथ सासाराम में प्रचार कर रहे थे. अब वे बिहार सरकार में मंत्री बनाए गए हैं. उन्हें पंचायती राज विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.
लेखक : लेखक रोशन झा

