
पांच लाख दिजिए हिमांशु शुक्ला नायाब तहसीलदार और SDM मझगांव को और मोहगमगढ में शिलू पांडेय और द्विवेदी करेंगे कृषि भूमिका विक्रय कृषि भूमि पर नियम विरुद्व प्लाटिंग
सतना चित्रकूट कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्र तथा हाइवे पर नियम विरुद्व काटे जा रहे प्लाट।
यक्ष प्रशासन की अनदेखी
एन्टिकरप्शन मीडिया न्यूज संवाददाता | चित्रकूट
हाइवेमार्ग मोहकम गढ़ सहित ग्रामीण क्षेत्र में कृषि भूमि को 90 कार्रवाई के बिना ही प्लॉट बेचने का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है। इस कार्य में भू-माफिया सक्रिय हो रहे हैं।
प्रशासन द्वारा उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जानकारी के अनुसार मोहकम गढ़ हनुमान धारा डिलोरा आदि सम्पूर्ण चित्रकूट क्षेत्र में पानी उनियारा क्षेत्र में का आने पर जयपुर, दिल्ली, कोटा, अलवर सहित कई जिले के लोगों ने आकर कृषि भूमि की दर को बढ़ा दिया एवं एक बीघा जमीन हाइवे सड़क के किनारे करीब 8 से 10 लाख रुपए से अधिक प्रति बीघा कर दिया एवं कई लोगों ने जमीन खरीदकर स्वयं के काम में ले रहे हैं तो कई लोगों ने खेत को खरीदकर उसमें प्लॉट बेचने का धंधा करने लगे एवं वर्तमान में नया गांव से हनुमान धारा हाइवे एवं डिलौरा-बायपास मार्ग, मोहकम गढ़ राजोला मार्ग के बीच कई दर्जन प्लॉट कट गए हैं, जबकि उक्त जमीन की 90 की कार्रवाई नहीं करवाई गई हैँ।
वहीं वाद विवाद के कारण कई प्लाटों की किश्त पूरी नहीं हुई एवं मामला अधरझूल में चल रहा है।
वहीं मोहकम गढ़ शहरी क्षेत्र में भी कृषि भूमि को बिना कन्वर्जन कराए ही सिर्फ स्टाम्प पर बेच रहे हैं एक ही 30 बाई 40 वर्गफुट प्लाट की कीमत करीब दो से ढाई लाख रुपए से अधिक पर किश्तों एवं नकद भू-माफिया बेच रहे हैं।
जबकि ग्रामीण क्षेत्र में कृषि जमीन को बेचने से पहले तहसील में 90 करवाकर साढ़े 7 प्रतिशत राशि को राजकोष में जमा करवाना पड़ता है एवं शहरी क्षेत्र में अलग-अलग जगह के हिसाब से करीब 40 रुपए प्रतिवर्ग फुट जमा कराना पड़ता है।
इसके बाद आने वाली राशि में से 50 प्रतिशत उस ग्राम पंचायत को विकास के लिए एवं 50 प्रतिशत राशि राजस्व कोष में जमा रहती हैं यदि बिना कन्वर्जन के ही कोई अवैध रूप से प्लाट बेचता है तो राजस्व विभाग उस जमीन को अपने कब्जे में लेकर सिवायचक में करने के पूर्ण अधिकार हैं।
उसके बाद भी तहसील, नगरपालिका प्रशासन एवं एसडीएम कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
इस कारण करोड़ों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा हैं, मगर सभी अधिकारियों ने आंखें बंद कर चुप्पी साध रखी है।
ग्रामीण क्षेत्र से शहर में इस कार्य में लोग अधिक रूचि दिखा रहे हैं। भू-माफिया ने इस काम के लिए दलाल बना रखे हैं।
वहीं मोहकम गढ़ में लगातार अवैध प्लाटिंग और पटवारी और आर आई मिलकर सरकारी जमीन के सौदागर बन गए हैं