जयपुर के चांदपोल मोक्षधाम के बाहर एक दिल छू लेने वाली घटना सामने आई।
यहां मात्र 10 दिन की एक नवजात बच्ची लावारिस हालत में पड़ी मिली।
मासूम की रोने की आवाज सुनकर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई, लेकिन किसी को समझ नहीं आया कि क्या करें।
इसी बीच मौके पर पहुंचीं महिला TI कविता शर्मा।
जैसे ही उन्होंने बच्ची को धीरे से गोद में उठाया, वह रोना बंद कर शांत हो गई…
मानो उसे अपनी मां का सुकून मिल गया हो।
बच्ची के मासूम चेहरे पर एक हल्की मुस्कान दिखी, और यह दृश्य देखने वालों की आंखें नम कर गया।
TI कविता शर्मा ने तुरंत बच्ची को सुरक्षा में लिया, मेडिकल जांच करवाई और आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की।
ऐसे समय में उनका यह मानवीय कदम याद दिलाता है कि वर्दी सिर्फ कानून नहीं, बल्कि करुणा और इंसानियत का भी प्रतीक है।
आज जब लावारिस बच्चों की ख़बरें दिल तोड़ती हैं, वहीं ऐसी कहानियां समाज में उम्मीद और इंसानियत की रोशनी जगाती हैं। TI कविता शर्मा का यह कदम साबित करता है—एक सही इंसान दुनिया बदलने के लिए काफी है। ❤️✨

