
नाग पंचमी 2025: तिथि, पूजा विधि और महत्व
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है।
यह पर्व सामान्यतः हरियाली तीज के दो दिन बाद आता है, जो इस वर्ष 27 जुलाई को मनाई गई थी।
नाग पंचमी आमतौर पर जुलाई या अगस्त में आती है।
इस दिन विशेष रूप से महिलाएं नाग देवता की पूजा करती हैं और सर्पों को दूध अर्पित कर अपने भाई और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
29 जुलाई, नाग पंचमी 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त
इस वर्ष कुछ श्रद्धालु इस पर्व की तिथि को लेकर भ्रम में हैं, क्योंकि पंचमी तिथि का आरंभ एक दिन पहले रात में ही हो रहा है।
ड्रिक पंचांग के अनुसार:
नाग पंचमी की तिथि: मंगलवार, 29 जुलाई 2025
पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 5:41 बजे से 8:23 बजे तक
⏳ मुहूर्त अवधि: 2 घंटे 43 मिनट
पंचमी तिथि आरंभ: 28 जुलाई रात 11:24 बजे
पंचमी तिथि समाप्त: 29 जुलाई रात 12:46 बजे
सूर्योदय: सुबह 5:41 बजे
सूर्यास्त: शाम 7:14 बजे
चंद्रोदय: सुबह 9:50 बजे
🙏 पूजा विधि और महत्त्व
इस दिन प्रातःकाल स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।
पूजा के लिए लकड़ी के पाटे पर लाल वस्त्र बिछाएं और उस पर नाग देवता की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
दूध, जल, हल्दी, चावल, फूल, रोली व मिठाई चढ़ाकर पूजा करें और नाग पंचमी की कथा का पाठ करें।
मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा से नाग देवता की आराधना करने पर जीवन की नकारात्मक शक्तियां शांत होती हैं और परिवार में सुख-शांति तथा समृद्धि आती है।
श्रावण मास की पंचमी तिथि को सर्पों की पूजा अत्यंत शुभ मानी जाती है।
यह दिन नागों के प्रति श्रद्धा, सम्मान और सुरक्षा की भावना को दर्शाता है।
🔖 अस्वीकरण (Disclaimer): हो सकता है, त्रुटियां किसी से भी हो सकता है
यह लेख केवल धार्मिक, सांस्कृतिक और आम जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है