
*आज आखिरी उड़ान भरेगी विस्तारा, पढ़ें देश की पहली प्रीमियम एयरलाइंस की पूरी कहानी*
एन्टीकरप्शन मीडिया न्यूज संवाददाता
नई दिल्ली।विस्तारा ने देश के हवाई यात्रियों को कई यादगार लम्हें दिए हैं।विस्तारा देश की पहली लग्जरी एयरलाइन थी, लेकिन आज सोमवार के बाद विस्तारा इतिहास का हिस्सा बन जाएगी।टाटा ग्रुप की विस्तारा आज आखिरी बार उड़ान भरेगी।विस्तारा का कल मंगलवार 12 नवंबर को टाटा ग्रुप की एयर इंडिया में मर्जर की प्रक्रिया हो जाएगी।अब एयर इंडिया देश की इकलौती फुल सर्विस कैरियर रहेगी।पिछले 17 साल में फुल सर्विस कैरियर की संख्या 5 से घटकर सिर्फ 1 रह गई। इस मर्जर के बाद डोमेस्टिक और इंटरनेशनल रूट्स पर एयर इंडिया का दबदबा बढ़ जाएगा।आइए जानते हैं कि विस्तारा की शुरुआत कैसे हुई,टाटा ग्रुप इसका मर्जर क्यों कर रहा है और अब मर्जर के बाद विस्तारा के ऑपरेशन का क्या होगा।
*एयर इंडिया और विस्तारा का मर्जर क्यों*
एयर इंडिया देश की पहली एयरलाइन थी।इसकी शुरुआत 1932 में जेआरडी टाटा ने की थी।तब इसका नाम टाटा एयरलाइंस था,लेकिन देश की आजादी के बाद टाटा एयरलाइंस का राष्ट्रीयकरण हो गया और इसे एयर इंडिया नाम मिला। टाटा ग्रुप को हमेशा अपनी एयरलाइन न होने की कमी खलती थी और उसने 2013 में विस्तारा को शुरू किया।हालांकि सरकार ने जब एयर इंडिया का निजीकरण करने का फैसला किया तो टाटा ग्रुप ने भावनात्मक लगाव होने से उसे भी खरीद लिया,लेकिन दो एयरलाइन का संचालन असहज करने वाला था तो टाटा ग्रुप ने 2022 में विस्तारा का एयर इंडिया में मर्जर करने का फैसला किया। यह मर्जर आज से प्रभावी भी हो जाएगा।
*अब विस्तारा के ऑपरेशन का क्या होगा*
अब 12 नवंबर से विस्तारा की सभी उड़ानों का संचालन एयर इंडिया करेगी।टिकट बुकिंग भी एयर इंडिया की वेबसाइट से होगी,विस्तारा के 2.7 लाख ग्राहकों के टिकट एयर इंडिया को ट्रांसफर हुए हैं,लॉयल्टी मेंबर के प्रोग्राम महाराजा क्लब में ट्रांसफर होंगे।अब एयर इंडिया फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पैसेंजर सर्विस, दोनों को ऑपरेट करने वाली इकलौती डोमेस्टिक एयरलाइन होगी।उसकी इंटरनेशनल रूट पर हिस्सेदारी बढ़कर 50 फीसदी से अधिक पहुंच जाएगी।साथ ही वह इंडिगो के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी डोमेस्टिक एयरलाइन होगी। इस मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में हिस्सेदारी 25.1 फीसदी होगी,जो पहले विस्तारा में टाटा ग्रुप की साझीदार थी। मर्जर से एयर इंडिया का फ्लीट 144 से बढ़कर 214 विमानों का हो जाएगा। टाटा ग्रुप की लो कॉस्ट कैरियर एयर इंडिया एक्सप्रेस के पास भी 90 विमान है। एयर इंडिया ने 470 विमानों का ऑर्डर भी दिया है।
*विस्तारा ने कैसे बदली एविएशन इंडस्ट्री*
विस्तारा एविएशन इंडस्ट्री में कई बदलाव लाई। यह एशिया की पहली एयरलाइन थी, जो फ्लाइट में स्टारबक्स कॉफी ऑफर करती थी।
विस्तारा फ्लीट में एयरबस ए 321 एलआर जोड़ने वाली और विमानों की सफाई रोबोट्स से करने वाली भी देश की पहली एयरलाइन थी।
इसने इंटरनेशनल फ्लाइट में वाई-फाई इंटरनेट कनेक्टिविटी शुरू की। यह लॉयल्टी मेंबर्स को फ्री Wi-Fi देने वाली पहली एयरलाइन थी।
विस्तारा ने 9 जनवरी 2015 से अपना ऑपरेशन शुरू किया। इसने सिर्फ सात महीने में ही 5 लाख से ज्यादा ग्राहकों हवाई यात्रा करा दी।
विस्तारा ने अपने पूरे ऑपरेशन के दौरान 6.5 करोड़ यात्रियों को उड़ान सेवाएं दी। इसने करीब 12 देशों के लिए सीधी उड़ान भरी थी।
फिलहाल यात्रियों को विस्तारा का अनुभव एयरक्राफ्ट, प्रोडक्ट और सर्विसेज के साथ मिलता रहेगा। इसमें फ्लाइट मेनू, कटलरी आदि हैं।
अभी विस्तारा का लोगो भी नहीं बदलेगा। ट्रैवल इंश्योरेंस, सीट, पर्पल गिफ्ट कार्ड, फ्लाइंग रिटर्न प्रोग्राम, एक्स्ट्रा लगेज स्पेस जैसी सुविधाएं रहेंगी।