
👉 अमूल्यरत्न न्यूज संवाददाता
👉 दुनिया भर में मशहूर हजरत कुतुबे आलम शेख अब्दुल कुद्दूस की गंगोह में दरगाह है
उर्स के मौके पर देश भर से श्रद्धालु यहां हाजरी लगाने आते हैं।
कई सौ साल पहले बनी इस दरगाह की हालत काफी जर्जर हो गई है।
दरगाह के सज्जादा नशीन महताब आलम कुद्दुसी ने बताया कि करीब साढ़े चार सौ साल पहले उस समय के बादशाह इब्राहीम लोधी अपनी किसी मन्नत के लिए दरगाह पर हाजरी देने के लिए आए थे।
दरगाह की जर्जर हालत देख कर उन्होंने इसे अपने तरीके से बनवाया दिया था। उसके बाद इस दरगाह पर 1978 में मस्तान साबरी अम्बाला वालों के द्वारा मरम्मत और टाइल्स निर्माण कार्य कराया गया था।
अब दरगाह काफी जर्जर स्थिति में पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि दरगाह की कोई आमदनी नही है तथा इसके निर्माण में होने वाले पूरे खर्च को हजरत में आस्था रखने वाले लोग उठाएंगे।
इस मौके पर मौजूद पूर्व चेयरमैन नोमान मसूद ने कहा कि दरगाह के जीर्णोद्धार में उनसे जो भी सहयोग हो सकेगा वह अवश्य करेंगे और उन्हें इसकी खुशी होगी। इससे पहले कुल शरीफ की रस्म और दुआ के बाद निर्माण कार्य की शुरुआत की गई।
नायब सज्जादानशीन मखदूम कुद्दुसी, शादाब जहां कुद्दुसी, शादाब मलिक साबरी, आसिफ कुद्दुसी, सलीम, नौशाद, खालिद कुद्दुसी आदि मौजूद रहे।