
पाकिस्तान को करारा जवाब देने वाले सूबेदार मेजर योगेन्द्र सिंह यादव I (PVC)
परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेन्द्र सिंह यादव भारतीय सेना के सबसे वीर और साहसी सैनिकों में से एक हैं। उन्हें यह सर्वोच्च वीरता सम्मान कारगिल युद्ध (1999) में अद्वितीय साहस और बलिदान के लिए प्रदान किया गया।
4 जुलाई 1999 को, कारगिल युद्ध के दौरान टाइगर हिल की चोटी पर कब्जा करना भारतीय सेना के लिए बेहद जरूरी था। योगेन्द्र सिंह यादव 18 ग्रेनेडियर्स बटालियन का हिस्सा थे और उन्हें एक कमांडो टीम के साथ दुश्मन की पोस्ट तक पहुंचकर हमला करने का आदेश मिला।
दुश्मन की भारी गोलीबारी के बावजूद, योगेन्द्र सिंह यादव रस्सी के सहारे पहाड़ी पर चढ़ते गए।
रास्ते में उनके कई साथी शहीद हो गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
तीन गोलियां लगने के बावजूद, उन्होंने एक-एक कर दुश्मन की तीन बंकरों को नष्ट कर दिया।
उनकी वीरता और अदम्य साहस के कारण भारतीय सेना को टाइगर हिल पर कब्जा करने में सफलता मिली।
योगेन्द्र सिंह यादव को कारगिल युद्ध के दौरान टाइगर हिल की लड़ाई में 17 गोलियां लगी थीं। ।