
*~(अमूल्यरत्न न्यूज )~*
*लखनऊ न्यूज*
*थाना महानगर क्षेत्र में फॉर्च्यूनर सवार ने दरोगा की खड़ी गाड़ी में मारी थी टक्कर*
*कार्यवाही होनी थी फॉर्च्यूनर सवार पर लेकिन हो गई दरोगा के ऊपर*
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात लगभग 11:00 बजे छन्नी लाल के बाहर चौकी इंचार्ज शिवम दिक्षित की bullet गाड़ी खड़ी हुई थी कि अचानक तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर सवार ने टक्कर मार दी। जिससे दो पहिया वाहन काफी डैमेज हो गई।
जब चौकी प्रभारी बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति फॉर्च्यूनर सवार जो नशे में धुत बताया जा रहा था।
तुरंत चौकी प्रभारी ने पकड़ लिया लेकिन फॉर्च्यूनर सवार अलग ही माहौल में था।
दरोगा से अभद्रता करने लगा और अपने दो साथियों को भी फोन करके बुला लिया।
दरोगा शिवम दिक्षित थाना महानगर लेकर गए व्यक्ति को,
लेकिन तब तक व्यक्ति जो कि काफी पावरफुल बताया जा रहा है,
उसने कई लोगों को फोन कर दिया।
मौके पर थाने में कई अधिकारियों के फोन आने लगे।
इसके बाद व्यक्ति गाड़ी ठीक करने का वादा करके सकुशल चला गया।
अगले दिन दरोगा साहब का ऊपर से आदेश आ गया कि आप लाइन हाजिर हो गए।
साथ में रात्रि गस्त अधिकारी के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे विज्ञानपुरी चौकी प्रभारी उत्कर्ष त्रिपाठी जिनका इस मामले में कोई लेना-देना नहीं था,
न ही इस मामले की उनको कोई जानकारी दी गई,
न ही कोई सूचना मिली,
फिर भी अधिकारी ने उनको भी लाइन हाजिर कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक यहां तक की एसीपी,
एडीसीपी को भी इस घटना के बारे में जानकारी नहीं हुई लेकिन ऊपर से आदेश आ गया कि दो दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया।
अब सवाल यह उठता है कि चौकी के बाहर दरोगा की खड़ी गाड़ी में टक्कर मारने वाला सुरक्षित और दरोगा जो क्षेत्र में रात दिन जान हथेली पर रखकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है।
अगर बाई चांस फॉर्च्यूनर सवार बुलेट की जगह चौकी में टक्कर मारता तब क्या होता..???
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